
Baccho ki Kahani | Moral Stories : Real Life Inspiring Stories That Touched Heart | गुड़ खाने की आदत
गांधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। एक दिन उनके पास एक महिला अपने बच्चे के साथ आई।
उस महिला ने गांधीजी से कहा, ‘‘ बापू, मेरा बच्चा बहुत गुड़ खाता है। उसके दांतों पर कीड़े पड़ गए हैं। मना करने पर भी वह किसी की बात नहीं सुनता। यदि आप उसे कहेंगे तो वह अवश्य आपकी बात मानेगा।
गांधीजी ने कहा, ‘‘ठीक हैं, आप इसे लेकर एक सप्ताह बाद आना।’’
महिला बच्चे के साथ चली गई और एक सप्ताह बाद वह दोबारा गांधीजी के पास आई।
Moral Stories : Real Life Inspiring Stories That Touched Heart | गुड़ खाने की आदत, Baccho ki Kahani, dadi ki kahani, Inspirational Short Stories, nani ki kahani, true motivational stories in hindi, Moral Stories in Hindi, prerakkahani.com, prerakkahani
गांधीजी ने उस बच्चे का अपने पास बुलाया और कहा, ‘‘गुड़ खाना अच्छी बात नहीं, क्योंकि किसी चीज़ की अति नुकसानदायक होती हैं। इससे दांत सड़ जाते हैं और पेट में कीड़े पड़ जाते हैं।’’
गांधीजी की बात सुनकर महिला को बहुत आश्चर्य हुआ। उसने कहा, ‘‘बापू, इतनी सी बात तो आप उस दिन भी कह सकते थे।’’
बापू बोले, ‘‘कैसे कहता, मैं स्वयं भी तो गुड़ खाता था। जब तक मैं खुद गुड़ खाना बंद नहीं करूगा, दूसरे को कैसे सलाह दे सकता हूं। इसीलिए पहले मैंने गुड़ खाना बंद किया और जब मैंने अपनी इस आदत पर काबू पा लिया तभी इस बच्चे को समझा रहा हूं।’’
Business Mantra | बिजनेस से संबंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
Laghu katha | लघुकथा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Prerak Kahani | प्रेरक कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
(Copyright: All Rights Aparna Mazumdar)
#prerak_kahani #prerakkahani #motivationalstoryinhindi #motivational_story_in_hindi #प्रेरककहानी