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Prerak Kahani : Jasusi Kahani | हीरो का हार | Baccho Ki Kahani
Prerak Kahani | Aparna Mazumdar
गज्जू हाथी ने सतपुड़ावन में ‘तनिष्क डायमंड हाउस’ नाम से डायमंड के ज्वैलरी की दुकान खोली. कुछ ही दिनों में उसके दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लगने लगी.
जंगल के अनेक जानवर ‘तनिष्क डायमंड हाउस’ से डायमंड के ज्वैलरी खरीद कर पहनने लगे.
इसी जंगल में बंटी और बबली नाम के बंदरों का एक जोड़ा रहता था. बंटी एक चोर था. वह जानवरों के सामान चुरा कर लाता और उन्हें बेच देता. इन्ही रूपयों पर बंटी और बबली दोनों ऐश करते थे. बबली भी चोरी के काम में अपने पति बंटी का बराबर साथ देती थी.
बंटी एक कपड़े के शो रूम से सूट-बूट और साड़ियां चुरा कर ले आया. उन्हें देखकर बबली कहने लगी, ‘‘मैंने तुमसे हीरों का हार लाने के लिए कहां था, तुम कपड़े ले आएं.
‘‘यह सब मैंने हीरों के हार चुराने के लिए किया है. तू जल्दी से एक अच्छी सी साड़ी पहनकर तैयार हो जा, मैं भी सूट-बूट और टाई लगाकर तैयार हो जाता हूं.’’
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‘‘क्या हम किसी दावत में जा रहे हैं.’’ बबली ने चहकते हुए पूछा.
‘‘नहीं, आज हम ‘तनिष्क डायमंड हाउस’ में हीरों का हार चुराने जा रहे हैं.’’ बंटी ने कहा.
घर से जब दोनों निकले तो वे किसी अमीर से कम नजर नहीं आ रहे थे. उन्हें देखकर कोई भी धोखा खा सकता था.
दोनों ‘तनिष्क डायमंड हाउस’ पहुंचे. दरवाजे पर खड़े सिक्युरिटी गार्ड ने बड़े अदब से उन्हें सलाम किया और अंदर जाने के लिए गेट खोल दिया.
शोरूम के अंदर शोकेस में रखें हीरों के हार देखकर बबली की आंखे चैंधियाने लगी. बबली कभी यह हार दिखाने के लिए कहती तो कभी वह हार दिखाने की फरमाइश करती. एक-एक करके उन्होंने दस-बारह हार निकलवाएं.
थोड़ी देर तक दोनों हार उलट-पलट कर देखते रहे. कुछ देर बाद हार पसंद न आने का बहाना कर वहां से चले गये.
रात में दुकान बंद करने से पहले गज्जू हाथी ने सारे माल चेक किये तो पता चला कि दस लाख रूपए की कीमत वाला हीरो का हार गायब है.
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गज्जू हाथी ने सभी नौकरों की तलाशी ली, लेकिन किसी के पास से हीरो का हार नहीं मिला. हार न मिलने पर गज्जू ने फोन करके इस बारे में पुलिस को सूचना दे दी.
इस्पेक्टर चीता चतुरानंद ने वहां पहुंचकर पहले नौकरों से पूछताछ की इसके बाद दुकान में क्लोज सर्किट कैमेर की रिकार्डिग देखा.
विडियों फुटेज देखने पर पता चला कि बंदर के एक जोड़े ने बड़े ही चालाकी से हीरों का हार को अपने जूते के अंदर छुपा लिया था. फोटो को स्टील कर उसके प्रिंट निकलवाया.
अगले दिन ‘जंगल टाइम्स’ के प्रथम पृष्ठ पर ‘तनिष्क से दस लाख के हीरों के हार की चोरी का समाचार पूरे विवरण के साथ प्रकाशित हुआ था. उस समाचार के साथ बंदर के जोड़े की तस्वीर भी छपी थी.
उस तस्वीर के नीचे लिखा था, इनकी जानकारी देने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा. साथ में सूचना देने के लिए फोन नंबर दिए गये थे.
एक रेस्टोरेंट में नंदू जिराफ बैठकर ‘जंगल टाइम्स’ पढ़ रहा था. उसी समय बंदर का एक जोड़ा रेस्टोरेंट में आया. नंदू की निगाह उस जोड़े पर गयी. उन्हें देखकर नंदू चैंक गया. अखबार में जो फोटो छपी थी, उस फोटो से रेस्टोरेंट में आए बंदर के जोड़े का चेहरा पूरी तरह से मिल रहा था. Prerak Kahani : Jasusi Kahani | Hiro Ka Har | Baccho Ki Kahani
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उसने कई बार बंदर के जोड़े को ऊपर से नीचे तक देखा. नंदू की नजर बंदरिया के गले में पहनी हीरे के हार पर गयी. उसे पक्का विश्वास हो गया कि यह दोनों वहीं चोर है जिसकी पुलिस को तलाश है.
नंदू ने मोबाइल निकाली और जल्दी से इसकी सूचना पुलिस को दे दी.
सूचना मिलते ही पुलिस ने नंदू से कहां, पुलिस जब तक वहां पहुंचती है तब तक उन्हें बातों में उलझाकर रखें.’’
पुलिस को सूचना देने के बाद नंदू जिराफ अपने सीट से उठकर बंदर के जोड़े के पास पहुंचा. उसने बंटी से पूछा, ‘‘क्या मैं आपके साथ बैठ सकता हूं?
बंटी ने नंदू को बैठने की इजाजत दे दी.
नंदू ने उनसे कहा,‘‘ अभी-अभी मुझे सूचना मिली है कि आप दोनों को बहुत बड़ा इनाम मिलने वाला है.’’
नंदू की बात सुनकर बंटी बंदर जोर से हंसते हुए बोला, ‘‘आप बड़े मजाकिया स्वभाव के लगते हंै, खैर बोलिए आप क्या लेंगे. चाय, कौफी या ठंडा.’’
‘‘चाय, चल जायगी लेकिन पहले मैं बताना चाहूंगा आप दोनों को सच में इनाम मिलने वाला है.’’
‘‘मजाक छोड़िए और आराम से बैठकर चाय पीजिए. हमने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे हमें कोई इनाम मिलें?’’
नंदू जिराफ ने कहा, ‘‘अभी थोड़े देर में आपको पता चल जाएगा.’’
नंदू उन्हें बातों में उलझाए रखने के लिए उल्टी सीधी बातें कर रहा था. जिसे सुनकर बंटी और बबली खूब हंस रहे थे.
थोड़ी देर में पुलिस वहां पहुंच गयी.
अपने सामने अचानक पुलिस को देख बंदर का जोड़ा वहां से भागने को हुआ. पुलिस ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया दोनों भाग नहीं पाएं.
बंटी बंदर चिल्लाया, ‘‘क्या शरीफों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है?’’
इस्पेक्टर ने कहां, ‘‘शराफत, अभी हम तुम्हारी शराफत बतातें हैं. तुम दोनों ने ‘तनिष्क डायमंड हाउस’ से 10 लाख का हीरो का हार चुराया है. क्या यह शराफत है.’’ Prerak Kahani : Jasusi Kahani | Hiro Ka Har | Baccho Ki Kahani
बंटी ने अखबार में अपनी फोटा देखकर इंस्पेक्टर चतुरानंद से पूछा, ‘‘आपको हमारी फोटो कहां से मिली. हमने तो आज तक कोई फोटो नहीं खिंचवायी हैं.’’
‘‘तुम्हारी फोटो हमें ज्वैलरी की दुकान में लगे सीसी कैमरे से मिली है. आजकल सभी बड़े-बड़े दुकानों में इस तरह के कैमरे लगे है जिसकी वजह से कोई चोर उनकी नजरों से बच नहीं सकता है.’’
इंस्पेक्टर ने तनिष्क डायमंड हाउस से हीरों के हार के चोरी के आरोप में दोनों को गिरफ्तार कर लिया. बबली के गले में पड़ा हीरों का हार भी जब्त कर लिया.
पुलिस की मदद के लिए नंदू जिराफ को इनाम दिया गया.
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