Baccho ki Kahani : Prerak Kahani | आत्मरक्षा

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Baccho ki Kahani | Prerak Kahani | आत्मरक्षा | Apeksha Mazumdar
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Baccho ki Kahani : Prerak Kahani | आत्मरक्षा

प्रेरक कहानी, आत्मरक्षा कहानी के माध्यम से समझाने की कोशिश की गई है कि कभी किसी पर अत्याचार मत करो, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि यदि कोई आप पर अत्याचार कर रहा है तो उसका विरोध जरूर करो। क्योंकि अत्याचार करना पाप हैं और अन्याय सहना उससे भी बड़ा पाप हैं। 


Prerak Kahani | Aparna Mazumdar

एक जंगल था। वहां एक बहुत ही जहरीला सांप रहता था। वहां से गुजरने वाले सभी को वह डस लेता था। उसके डर से कोई भी वहां से नहीं गुजरता था। एक दिन एक साधु वहां से गुजरने लगे तो सांप उन्हें डसने के लिए लपका। साधु ने सांप को देख लिया और अपने योग बल से उस सांप को अपने वश में कर लिया। Short Motivational Story In Hindi | Baccho ki Kahani | Nani ki Kahani | dadi ki kahani | moral stories in hindi | motivational story in hindi | motivational stories | motivational story in hindi | prerak prasang


सांप असहायत से झटपटाने लगा। उसने साधु से माफी मांगते हुए कहा, ‘‘मुझे माफ कर दीजिए, भविष्य में मैं कभी किसी को नहीं डसूगा।’’

साधु ने कहा, ठीक है मैं तुम्हें आजाद करता हूं, लेकिन याद रखना भविष्य में किसी को अकारण नहीं डसोगे।

उस दिन से सांप ने लोगों को डसना बंद कर दिया। लोगों को देखकर वह अपना रास्ता बदल कर चला जाता हैं। Baccho ki Kahani : Prerak Kahani | आत्मरक्षा

धीरे-धीरे सांप का आतंक खत्म हो गया। अब लोगों का आना जाना भी शुरू हो गया। कुछ शरारती लड़के सांप को देखकर पत्थर मारने लगते थे। सांप भागकर अपने बिल में घुस कर छुप जाता।  

सांप पत्थरों की मार से बहुत घायल हो गया था। उसकी हालत दिन प्रति दिन खराब होने लगी। एक दिन साधु का वहां से गुजरना हुआ। साधु को देखकर सांप उनके पास आया और प्रणाम करके अपनी आत्मकथा सुनाई।

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सांप की दशा देखकर साधु को उस पर बहुत गुस्सा आया। उन्होंने सांप को डांटते हुए कहा, मैंने तुम्हें अकारण लोगों को डसने से मना किया था फुंफकारने से नहीं। अत्याचार करना पाप हैं और अन्याय सहना उससे भी बड़ा पाप हैं। 

सांप समझ गया कि अकारण किसी को नहीं डसना चाहिए, लेकिन इतना डरपोक भी नहीं होना चाहिए कि आते जाते कोई भी अत्याचार करें। उस दिन से सांप अपने ऊपर अत्याचार करने वालो पर फुंफकारने लगा। उसकी फुंफकार सुनकर शरारती लड़के डर कर भाग गये और दोबारा उस ओर नहीं आएं।

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