प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani

Rate this post
प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani | | Moral Stories in Hindi | Motivational Story In Hindi
प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani

प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani | Moral Stories in Hindi | Motivational Story In Hindi

Prerak Kahaniya | Short Motivational Story In Hindi | Baccho ki Kahani | Nani ki Kahani | dadi ki kahani | moral stories in hindi | Prerak Kahaniya | motivational stories | motivational story in hindi | prerak prasang

Prerak Kahani | Aparna Mazumdar

सतपुड़ावन में एक आम का पेड़ था। उस पेड़ पर बहुत से चिड़ियों ने अपना घर बना रखा था। उस पेड़ में एक बुढ़ा गिद्ध भी रहता था। 

गिद्ध काफी कमजोर हो गया। उससे आंखों से ठीक से दिखाई भी नही देता था। इसीलिए पेड़ पर रहने वाले अन्य पक्षी उसे थोड़ा बहुत खाने को दे दिया करते थे। बदले में गिद्ध उनके बच्चों की रखवाली करता था। प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani

एक दिन की बात एक बिलाव उधर से गुजर रहा था। उसकी नजर पेड़ पर रहने वाले चिड़ियों के बच्चों पर गई। वह शिकार करने के इरादे से पेड़ पर चढ़ने लगा। उसे देखकर चिड़िया के बच्चे शोर मचाने लगे।

बच्चों का शोर सुनकर गिद्ध ने पूछा, ‘‘कौन हैं?’’ 

प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani | | Moral Stories in Hindi | Motivational Story In Hindi
प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव

बिलाव ने गिद्ध को देखा तो सहम गया। तभी गिद्ध ने दोबारा पूछा, तो बिलाव बोला, ‘‘गिद्ध दादा मैं बिलाव हूं। रहने के लिए जगह ढूढ़ रहा हूं।’’

बिलाव ने मायूसी से कहा, ‘‘मैं बूढ़ा और बीमार हूं। तुम्हारे गुणगान सुनकर ही मैं तुम्हारे पास आया हूं। रहने की थोड़ी सी जगह दे दो आपकी बहुत मेहरबानी होगी।’’ प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani

‘‘नहीं, तुम मांसाहारी हो तुम्हें देखकर बच्चे डर जाएगें। तुम यहां नहीं रह सकते।’’ 

बिलाव गिद्ध की झूठी तारीफ करने लगा। जिसे सुनकर गिद्ध गदगद हो गया और उसने बिलाव को रहने की जगह दे दी।

गिद्ध आंखों से देख नहीं पाता था। यह बात बिलाव जान चुका था। वह रोज चिड़िया के बच्चों को पकड़कर लाता और गिद्ध के कोठर में बैठकर खाता।

धीरे-धीरे चिड़िया के बच्चों की संख्या कम होने लगी। उन्होंने गिद्ध से इस बारे में पूछा तो गिद्ध समझ गया कि बिलाव ही बच्चों को मार का खा रहा हैं। 

गिद्ध ने चिड़ियों से जब बिलाव के बारे में बताया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने सोचा गिद्ध अपने को बचाने के लिए बिलाव का नाम ले रहा है। 

उन्होंने जब गिद्ध के कोठर की तलासी ली तो उन्हें पक्षियों के पंख आदि पड़े मिले। उन्हें पूरा यकीन हो गया कि गिद्ध ने ही उनके बच्चों को खाया हैं। उन्होंने गिद्ध को चोंच मारमार कर मार डाला।

गिद्ध के मर जाने के बावजूद चिड़ियों के बच्चे लगातार कम हो रह थे। चिड़ियों ने छुपकर असलियत का पता लगाने का निश्चिय किया और एक दिन उन्होंने बिलाव को पेड़ पर चढ़ते देख लिया। सभी ने मिलकर बिलाव को घेर लिया और उसे मार डाला। प्रेरक कहानी : गिद्ध और बिलाव | Baccho ki Kahani | Prerak Kahani | | Moral Stories in Hindi | Motivational Story In Hindi

Business Mantra | बिजनेस से संबंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

Laghu katha | लघुकथा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Prerak Kahani | प्रेरक कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

(Copyright: All Rights Aparna Mazumdar)

#prerak_kahani #prerakkahani #motivationalstoryinhindi #motivational_story_in_hindi #प्रेरककहानी

share to stories

Leave a Comment